वाईएसएस न्यूज़ लैटर और अपील में आपका स्वागत है — जनवरी 2023

अपने हृदयों में केवल दयालुता और शान्ति को स्थायी रूप से स्थापित करें। सदैव प्रेमपूर्वक दूसरों की सेवा करें; अपने उदाहरण के माध्यम से उनकी सहायता करें।

 

— श्री श्री परमहंस योगानन्द

प्रिय दिव्य आत्मन्,

नव वर्ष की शुभकामनाएँ। हम आशा और प्रार्थना करते हैं कि आपके सभी उत्कृष्ट स्वप्नों और आकांक्षाओं की पूर्ति हेतु, यह नववर्ष आपको एक नवीन उत्साह और दृढ़ संकल्प प्रदान करेगा।

गत वर्ष मार्च में जब हमने धीरे-धीरे आश्रमों और केन्द्रों की गतिविधियों को पुनः प्रारम्भ किया और वैयक्तिक कार्यक्रम प्रारम्भ किये तो आप लोगों में से जो लोग दो साल के लम्बे अंतराल के पश्चात् एक बार पुनः आश्रमों में आने में सक्षम हुए उन सबसे मिलकर और आपके मुस्कु राते हुए चेहरों को देखकर हमें अत्यंत प्रसन्नता का अनुभव हुआ। महामारी के चुनौतीपूर्ण समय में आपके साहस और विश्वास की कहानियाँ सुनकर हमें यह अनुभव हुआ कि हमारे आध्यात्मिक सम्बन्धों की दृढ़ता में कोई भी कमी नहीं आई अपितु वे और भी अधिक सुदृढ़ हो गए हैं क्योंकि हमने संयुक्त रूप से ईश्वर एवं गुरुओं के प्रति प्रेम और उनमें विश्वास के साथ एक साथ मिलकर उस तनावपूर्ण समय का सामना किया।

आगे के पृष्ठों में हम आपके साथ साझा कर रहे हैं कि गत वर्ष में किस प्रकार गुरुदेव का पवित्र कार्य संपन्न होता रहा है — चाहे वह :

  • योगदा सत्संग पाठमाला का भारतीय भाषाओं में प्रकाशन हो
  • हमारे द्वारा बड़ी संख्या में आयोजित ऑनलाइन और वैयक्तिक कार्यक्रम हों
  • निर्धन और अभावग्रस्त लोगों की सहायता करना हो।

हमने अनेकों परियोजनाओं को सफलतापूर्वक पूरा भी किया है : 

  • राँची में हमारे जगन्नाथपुर शैक्षणिक परिसर का उन्नतीकरण, 
  • राँची में सेवाश्रम धर्मार्थ चिकित्सालय और केन्द्रीय रसोईघर एवं भोजनालय का बृहत् पुनर्नवीकरण।

वाईएसएस दक्षिणेश्वर आश्रम की एक निकटवर्ती सम्पत्ति के अधिग्रहण का समाचार आपके साथ साझा कर हमें अत्यन्त आनन्द का अनुभव हो रहा है।

जीवन को रूपान्तरित करने वाली, हमारे परमप्रिय गुरुदेव की शिक्षाओं को उत्सुक आत्माओं तक पहुँचाने के कार्य में आपके प्रेम, सहयोग, और प्रार्थनाओं के लिए हम अपना हार्दिक आभार व्यक्त करते हैं। अपने दैनिक ध्यान एवं प्रार्थनाओं में तथा ईश्वर एवं गुरुदेव के प्रति संयुक्त प्रेम में हम आपको स्मरण करते हैं। आप अपने जीवन में महान् गुरुओं के प्रेम एवं आशीर्वादों को अधिक प्रत्यक्ष रूप से अनुभव करें।

दिव्य मैत्री में,

योगदा सत्संग सोसाइटी ऑफ़ इण्डिया

सुविधाओं का उन्नयन

जगन्नाथपुर, राँची में योगदा सत्संग शैक्षणिक संस्थान  

वाइएसएस/एसआरएफ के आदरणीय अध्यक्ष एवं आध्यात्मिक प्रमुख स्वामी चिदानन्द जी ने 29 जनवरी, 2023 को राँची के जगन्नाथपुर में योगदा सत्संग शैक्षिक परिसर में नई सुविधाओं को समर्पित किया। यह अत्याधुनिक शैक्षिक बुनियादी ढाँचा परमहंस योगानन्दजी द्वारा प्रतिपादित सिद्धांत जैसे कि प्रकृति के निकट रहते हुए अध्ययन करने के विचार को ध्यान में रखते हुए प्राचीन गुरुकुल के आधार पर तैयार किया गया है।

चार वर्ष पूर्व, भारत सरकार ने हमारे गुरुदेव, श्री श्री परमहंस योगानन्द के आध्यात्मिक महत्त्व और सम्पूर्ण विश्व में योग विज्ञान के प्रसार के क्षेत्र में उनके कालातीत योगदानों को स्वीकार करते हुए उनकी 125वीं जयन्ती मनाई थी। इस परियोजना के अन्तर्गत स्वीकृत अनेक उपक्रमों में से एक उपक्रम था योगदा सत्संग विद्यालय के लिए एक नए भवन परिसर तथा एक बड़े सभागार एवं बहुउद्देशीय कक्ष का निर्माण करना, जिसका उपयोग योगदा सत्संग शैक्षणिक संस्थान परिसर (वाईएसईआई), जगन्नाथपुर, राँची में स्थित महाविद्यालय और विद्यालय दोनों के लिए किया जा सके।
इस परियोजना के लिए ₹8 करोड़ धनराशि आवंटित की गयी थी।

विद्यालय एवं महाविद्यालय का उद्देश्य है राँची के बाहरी क्षेत्रों की आबादी के निर्बल एवं अभावग्रस्त वर्गों की आवश्यकता को पूरा करना। अनेक आदिवासी बच्चे भी इन धर्मार्थ शैक्षणिक संस्थाओं में अध्ययन करते हैं। विद्यार्थियों को नियमित पाठ्यक्रम के साथ-साथ योग, खेल, नाटक, तथा अन्य पाठ्येतर क्रियाकलापों का प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाता है। इन संस्थाओं के अनेक विद्यार्थी पहली पीढ़ी के शिक्षार्थी हैं।

चूँकि वर्तमान विद्यालय भवन, जिसका निर्माण लगभग 40 वर्ष पूर्व किया गया था, अर्ध-स्थायी था और उसका जीवन पूर्ण हो चुका था, सरकार द्वारा प्रदान की गयी आर्थिक सहायता और उदार भक्तों के अनुदानों से निर्माण कार्य पुनः प्रारम्भ किया गया था।

निर्माण कार्य में सम्मिलित हैं :

  • 10,000 वर्ग फुट का एक अत्याधुनिक बहुउद्देशीय कक्ष जिसमें प्रथम तल पर 900 लोगों के बैठने की व्यवस्था है, और भूतल पर 2,000 वर्ग फुट के पाँच कक्ष हैं जिनका उपयोग कक्षाओं के रूप में भी किया जा सकता है। इस भवन के निर्माण में ₹ 2 करोड़ खर्च हुए हैं।
  • नए विद्यालय संकुल के निर्माण में ₹5 करोड़ धनराशि खर्च हुई है, जिसमें निम्नलिखित सुविधाएँ सम्मिलित हैं :
    • प्रशासनिक भवन का निर्माण
    • कंप्यूटर एवं विज्ञान प्रयोगशाला भवनों का निर्माण
    • समकालीन सुविधाओं के साथ एक नए पुस्तकालय भवन का निर्माण
    • राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) और राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) भवनों का निर्माण
    • शौचालयों का निर्माण
  • छह-छह कक्षाओं के चार समूहों (कुल 24 कक्षाओं) का निर्माण ₹4 करोड़ की लागत से किया गया है। इन कक्षाओं का निर्माण एक विशिष्ट योजना के अनुसार किया गया है ताकि छात्रों के लिए भरपूर सूर्य प्रकाश और वायु संचार उपलब्ध हो सके तथा वे प्रकृति से निकटता का अनुभव करें। कक्षाओं के इन समूहों का निर्माण गत वर्ष विद्यालयों के लिए प्राप्त हुए उदार अनुदानों से सम्भव हुआ है।
  • कक्षाओं और बहुउद्देशीय कक्ष के लिए आन्तरिक सज्जा तथा अन्य सहायक सेवाएँ जैसे कि फ़र्नीचर, मध्यान्तर आहार भवन, विद्यालय के बच्चों के लिए साइकिल शेड, बहुउद्देशीय कक्ष के लिए मंच और ध्वनि तन्त्र, विद्युतीय पैनेलिंग, लैन (LAN), आन्तरिक मार्ग, जलनिकास तन्त्र, सड़कों पर प्रकाश की व्यवस्था, और भूदृश्य निर्माण।

पूरी परियोजना की कुल लागत ₹22 करोड़ है। हमें भारत सरकार से ₹8 करोड़ की धनराशि आर्थिक सहायता के रूप में प्राप्त हुई है। अनेक भक्तों ने इस परियोजना के विभिन्न पक्षों में सहयोग देने के लिए अब तक ₹10 करोड़ का अनुदान दिया है। ₹4 करोड़ की शेष धनराशि की कमी की पूर्ति हेतु हम आपकी सहायता की अपेक्षा करते हैं। आपके उदार योगदानों के लिए हम हृदय से आपके आभारी रहेंगे।

राँची आश्रम में केन्द्रीय रसोईघर

इस भवन का नवीकरण नवम्बर, 2022 में पूरा कर लिया गया। भोजनालय के बड़े क्षेत्र के अतिरिक्त, खाना पकाने की सुविधा का भी उन्नतीकरण किया गया है जिसमें खाना पकाने और अधिक स्वास्थकर ढंग से भोजन परोसने के लिए आवश्यक आधुनिक उपकरण सम्मिलित हैं। रसोईघर और भोजनालय कक्ष का निर्माण कुल रु.1.5 करोड़ की लागत से पूरा किया गया है और इसका उद्घाटन 8 दिसम्बर, 2022 को किया गया।

जीवन को रूपान्तरित करने वाली गुरुदेव की शिक्षाओं को अधिक संख्या में साधकों तक पहुँचाना

तमिल और तेलुगू भाषाओ में योगदा सत्संग पाठमाला का प्रकाशन

22 जुलाई, 2022 को स्वामी शुद्धानन्द गिरि ने चेन्नई में एक विशेष कार्यक्रम में योगदा सत्संग पाठमाला के नये संस्करण के तमिल भाषा में अनुवाद का उद्घाटन किया और परिचयात्मक पाठ की पहली प्रति प्रसिद्ध अभिनेता, फिल्म निर्माता, समाज सेवी और योगदा सत्संग के भक्त, पद्म विभूषण श्री रजनीकान्त ने स्वीकार की। कुछ ही महीने बाद, 3 दिसम्बर, 2022 को, गीता जयंती के शुभ अवसर पर, राजमुंदरी, आन्ध्र प्रदेश में वाईएसएस संन्यासियों ने योगदा सत्संग पाठमाला के तेलुगु अनुवाद का उद्घाटन किया। पाठमालाओं का अन्य भारतीय भाषाओं — हिन्दी एवं बंगाली में भी अनुवाद किया जा रहा है। 

आध्यात्मिक आवश्यकताओं के लिए डिजिटल सहयोग

अपडेटेड एसआरएफ़/वाईएसएस ऐप 

आपकी आध्यात्मिक यात्रा के लिए एक विस्तारित संसाधन के रूप में सेवारत एसआरएफ/वाईएसएस ऐप का एक अद्यतन संस्करण हाल ही में जारी किया गया था। यह ऐप उन सभी के लिए है जो ध्यान, क्रिया योग के विज्ञान और आध्यात्मिक रूप से संतुलित जीवन जीने के व्यावहारिक तरीकों के बारे में अधिक सीखना चाहते हैं। यह विभिन्न विषयों पर और अलग-अलग अवधि के निर्देशित ध्यान, सीधे प्रसारित ऑनलाइन ध्यान सत्रों की उपलब्धता, वाईएसएस/एसआरएफ समाचार और आगामी कार्यक्रमों के बारे में जानकारी, साप्ताहिक ऑनलाइन प्रेरणादायक व्याख्यान, साथ ही वाईएसएस पाठमाला की उपलब्धता और पाठमाला सदस्यों के लिए उनके मोबाइल और कंप्यूटर पर सहायक सामग्री प्रदान करता है।

वाईएसएस वेबसाइट का विभिन्न भारतीय भाषाओं में अनुवाद

गत वर्ष के दौरान, संन्यासियों के नेतृत्व में भक्तों के एक दल ने वाईएसएस वेबसाइट local.yssofindia.org का हिन्दी, तमिल और तेलुगू भाषाओं में अनुवाद करने में सहायता की, जिसके कारण अनेक अन्य भक्त योगानन्दजी की शिक्षाओं और क्रियायोग मार्ग के विषय में जानकारी प्राप्त करने के लिए वेबसाइट को डिजिटल ढंग से एक्सेस कर सकेंगे।

सामाजिक माध्यम (Social Media)

सितम्बर 2021 में, वाईएसएस ने फेसबुक, इंस्टाग्राम, और ट्विटर पर अपने सोशल मीडिया चैनल प्रारम्भ किये। ये प्लेटफार्म भक्तों, मित्रों, और सत्यान्वेषियों के लिए वाईएसएस शिक्षाओं, समाचार और कार्यक्रमों के साथ जुड़ने का एक सरल साधन हैं। यदि आप अभी तक इन चैनलों से नहीं जुड़े हैं, तो हम आपको ऐसा करने के लिए आमंत्रित करते हैं (हमारा हैंडल है @yoganandayss)। 

आपके उदारता पूर्ण सहयोग से ही, हम भारत और सम्पूर्ण विश्व के वाईएसएस/एसआरएफ़ भक्तों के अपने आध्यात्मिक परिवार के लिए सामूहिक ध्यान कार्यक्रमों, प्रेरणादायक व्याख्यानों, और श्रीमद्भगवद्गीता पर सत्संगों के ऑनलाइन कार्यक्रम जारी रख पा रहे हैं। 

सेवा की भावना

वाईएसएस सक्रिय रूप से भारत भर में प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित विभिन्न स्थानीय समुदायों को सामग्री, चिकित्सा और वित्तीय सहायता प्रदान कर रहा है, और विशेष रूप से हाल ही में हुई कोविद -19 महामारी के चुनौतीपूर्ण समय के दौरान “स्वयं के विस्तृत स्वरुप के रूप में मानव जाति की सेवा” के उद्देश्य को पूरा करने के अपने मिशन के हिस्से के रूप में जरूरतमंदों और वंचितों को मुफ्त चिकित्सा सेवाएं और छात्रवृत्ति प्रदान कर रहा है।

जिला अस्पताल, अल्मोड़ा को एम्बुलेंस का अनुदान

द्वाराहाट और आसपास के गांवों में हमारी धर्मार्थ गतिविधियों के हिस्से के रूप में, वाईएसएस ने उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिला अस्पताल को एक बेसिक लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस दान किया, जो रोगियों को अस्पताल ले जाने के दौरान सहायता प्रदान करने के लिए समकालीन चिकित्सा उपकरणों से सुसज्जित है।

धर्मार्थ चिकित्सालय  सुविधाओं में वृद्धि  राँची में

बढ़ती हुई आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए, वाईएसएस ने आपके उदार अनुदानों से पुराने अस्पताल का पूर्ण नवीकरण कर दिया है। इसके अन्तर्गत निम्नलिखित कार्य किये गए हैं : ऑपरेशन थिएटर का पूर्ण नवीकरण; कैटरेक्ट ऑपरेशन के लिए नया उपकरण; भवन की छत का नवीकरण; पूरे भवन की नयी इलेक्ट्रिकल वायरिंग; शारीरिक रूप से अक्षम रोगियों के लिए रैम्प का निर्माण; और रोगियों को अधिक सुविधा प्रदान करने के लिए एक बड़ा स्वागत कक्ष। 

असम और ओड़िशा में बाढ़ राहत कार

पूर्व-मानसून में भारी वर्षा ने असम के गांवों में तबाही मचाई, जिससे खाद्य फसलों को हानि पहुंची, स्वास्थ्य खराब हुआ और घरों को व्यापक क्षति हुई। गुवाहाटी में वाईएसएस भक्तों ने प्रभावित परिवारों को राशन और आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति में हमारे राहत प्रयासों का नेतृत्व किया। इसी तरह, भुवनेश्वर और पुरी ध्यान केंद्रों के वाईएसएस भक्तों ने, स्थानीय विद्यालयों के अध्यापकों और प्रशासन की सहायता से, ओडिशा में पुरी जिले के गोपा और निमापारा ब्लॉकों के बाढ़ प्रभावित निवासियों को हाल ही में आई बाढ़ के परिणामस्वरूप 716 सौर लैंपों का वितरण किया।

हम आपको सम्पूर्ण वाईएसएस न्यूज़लैटर और अपील — जनवरी 2023 को पढ़ने के लिए आमंत्रित करते हैं ताकि आप जान सकें कि आपका सहयोग हमारे गुरु के कार्यों और उनकी शिक्षाओं को पूरे भारत में जनसाधारण तक पहुँचाने और उनका उत्थान करने में किस प्रकार सहायता कर रहा है।

वाईएसएस न्यूज़ लैटर और अपील — जनवरी 2023

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